पायलट कैसे बने? (How to Become a Pilot with information) पूरी जानकारी हिंदी में

पायलट कैसे बने? (How to Become a Pilot with information) पूरी जानकारी हिंदी में 

परिचय 

पायलट बनना कई युवाओं का सपना होता है। आसमान में उड़ान भरना, दुनिया भर की यात्रा करना और एक प्रतिष्ठित कैरियर बनाना। ये सभी चीजें पायलट के आकर्षण को बढ़ाती है। लेकिन पायलट बनने के लिए कड़ी मेहनत, सही शिक्षा और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इस ब्लॉक में विस्तार से जाने की पायलट कैसे बन सकते हैं, इसलिए क्या योग्यता चाहिए, कोर्स, फीस, सैलरी कैरियर संभावनाएं क्या है।

पायलट कितने प्रकार के होते हैं? 

पायलट बनने से पहले यह जानना जरूरी है कि पायलटिंग के अलग-अलग प्रकार होते हैं: 

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कमर्शियल पायलट (Commercial Pilot): ये पायलट एयरलाइंस के लिए काम करते हैं और यात्री का कार्गो विमान उड़ाते हैं। 

एयर फोर्स पायलट (Air Force Pilot): ये भारतीय वायुसेना में सेवा देते हैं और लड़ाकू विमान उड़ाते हैं। 

प्राइवेट पायलट (Private Pilot): ये व्यक्तिगत विमान चलते हैं और आमतौर पर एयरलाइंस के लिए नहीं उड़ाते।

हेलीकॉप्टर पायलट (Helicopter Pilot): ये हेलिकॉप्टर उड़ाते हैं और अक्सर मेडिकल इमरजेंसी, टूरिज्म या डिजास्टर मैनेजमेंट में काम करता है। 

इस आर्टिकल में हमको मुख्य रूप से कमर्शियल पायलट बनने की प्रक्रिया पर फोकस करेंगे।

पायलट बनने के लिए योग्यता (Eligibility)

पायलट बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए: 

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शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)

10+2 (12वीं पास) विज्ञान संकाय (Physical, Chemistry, Maths) से कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना चाहिए।

अगर आपने कॉमर्स या आर्ट्स से 12वीं की है, तो Physics और Maths के अतिरिक्त विषय लेकर पूरा करना होगा। 

आयु सीमा (Age Limit)

कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु 60-65 वर्ष तक होती है। 

एयर फोर्स पायलट बनने के लिए आयु सीमा 16.5 से 19.5 वर्ष (NDA के लिए) और 19 से 23 वर्ष (CDSE के लिए) होती है। 

शारीरिक योगदान (Medical Fitness)

मेडिकल सर्टिफिकेट (Class 1 & Class 2 Medical Certificate) DGCA (Directorate General of Civil Aviation) से प्राप्त करना होता है। 

आंखों की रोशनी (Eyesight) – 6/6 या कांस्टेंट विजन (चश्मे लेंस के साथ) स्वीकार है, लेकिन कलर ब्लाइंडनेस नहीं होनी चाहिए। 

ऊंचाई (Height)– कम से कम 162 cm (पुरुष) और 152 cm (महिला) होनी चाहिए (एयरलाइंस के अनुसार अलग-अलग हो सकती है) 

सामान्य स्वास्थ्य (General Health) – कोई गंभीर बीमारी (दिल की बीमारी, मिर्गी, मानसिक विकार) नहीं होना चाहिए।

पायलट बनने के लिए प्रक्रिया (Step by step Guide)

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चरण 1: 12वीं विज्ञान (PCM) से पास करें 

Physics, Chemistry और Maths विषयों के साथ 12वीं पास करें।

अगर आप कॉमर्स / आर्ट्स हैं, तो Physics और Maths को अलग से पढ़कर योग्यता पूरी करें। 

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम (Pilot Entrance EXAM) की तैयारी करें 

भारत में पायलट बनने के लिए मुख्य एंट्रेंस एग्जाम है: 

  1. DGCA CPL Exam – कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए।
  2. DNA (National Defence Academy) Exam – एयर फोर्स पायलट बनने के लिए। 
  3. CDSE (Combined Defence Service Examination) – इंडियन एयर फोर्स में पायलट बनने के लिए।
  4. AFCAT (Air Force Common Admission Test) – एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर बनने के लिए।

चरण 3: फ्लाइंग ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट (Flying School) में एडमिशन लें।

भारत में DGCA (Directorate General of Civil Aviation) द्वारा मान्यता प्राप्त कई फ्लाइंग स्कूल है, जहां से आप पायलट की ट्रेनिंग ले सकते हैं। कुछ प्रमुख संस्थान: 

  1. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उद्यान अकादमी (IGRUA), रायबरेली
  2. राष्ट्रीय उद्यान प्रशिक्षण संस्थान (NETC), गोंदिया 
  3. अहमदाबाद एवियशन एंड एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
  4. मद्रास फ्लाइंग क्लब, चेन्नई 

चरण 4: कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) प्राप्त करें 

200 घंटे की उड़ान (Flying House) पूरी करनी होती है, जिसमें:

100 घंटे पायलट इन कमांड (PIC)

20 घंटे क्रॉस कंट्री फ्लाइट 

10 घंटे नाइट फ्लाइट 

DGCA के एग्जाम पास करने के बाद CPL मिलता है। 

चरण 5: टाइप रेटिंग (Type Reading) करें। 

अलग-अलग विमान (जैसे Boeing 737, Airbus A320) के लिए अलग टाइप रेटिंग कोर्स करना होता है। 

इसके बाद आप एयरलाइंस में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

पायलट बनने और फीस (Pilot course & fees)

पायलट बनने के लिए निम्नलिखित उपलब्ध है:

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कोर्स                                                        अवधि             अनुमानित फीस 

CPL (Commercial Pilot Licence)             12-18 महीने    ₹25-35 लाख 

PPL (Private Private lesson)                   6-12 महीने      ₹5-10 लाख

ATPL (Airlines Transport Pilot Licence)  2- 3साल          ₹35- 50 लाख

नोट: 

फीस फ्लाइंग स्कूल और ट्रेनिंग घंटे का निर्भर करती है। 

कुछ संस्थान एजुकेशन लोन और स्कॉलरशिप भी देते हैं।

पायलट की सैलरी (Pilot salary in India)

पायलट की सैलरी उसके अनुभव और एयरलाइंस पर निर्भर करती है: 

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पायलट                                     अनुभव                                        अनुमति वार्षिक वेतन 

फ्रेशर्स                                     (First Officer)                                 ₹10-15 लाख 

कैप्टन                                      (5-10 साल अनुभव)                           ₹50 लाख

वरिष्ठ कैप्टन                              (10+साल अनुभव)                             ₹50 लाख – 1 करोड़+

अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस में सैलरी और भी ज्यादा होती है। 

एयर फोर्स पायलट को सरकारी वेतन और भत्ते मिलते हैं।

पायलट बनने के फायदे और चुनौतियां (Pros & Cons)

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फायदे (Advantage)

  • प्रतिष्ठित और सम्मानित कैरियर 
  • अच्छी सैलरी और भत्ते 
  • दुनिया भर में यात्रा का मौका 
  • एडवेंचर और एक्साइटमेंट से भरा जॉब

चुनौतियां (Challenges)

  • ट्रेनिंग का कोर्स की हाई फीस 
  • लंबे समय तक घर से दूर रहना 
  • हाई प्रेशर और जिम्मेदारी 
  • स्वास्थ्य संबंधित सख्त मापदण्ड 

निष्कर्ष (Conclusion)

पायलट बनना एक चुनौती पूर्ण लेकिन बेहद फायदेमंद करियर है। अगर आपने आत्मविश्वास, अनुशासन और आसमान में उड़ने का जुनून है, तो सही मार्गदर्शन और मेहनत से आप पायलट बन सकते हैं। इसके लिए 12वीं PCM से करें, एंट्रेंस एग्जाम पास करें, फ्लाइंग स्कूल से CPL प्राप्त करें और एयरलाइंस में जॉब पाए।

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