भारतीय रेल (Indian Railway) की आय, व्यय और वित्तीय प्रबंधन: एक विस्तृत विश्लेषण 

भारतीय रेल (Indian Railway) की आय, व्यय और वित्तीय प्रबंधन: एक विस्तृत विश्लेषण 

भूमिका 

भारतीय रेलवे (Indian Railway) देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली है और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। यह न केवल लाखों यात्रियों को सुरक्षित और सस्ती यात्रा प्रदान करता है, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस ब्लॉक में हम भारतीय रेलवे की आय के स्रोतों, विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले खर्च, लाभ – हानि की स्थिति और नए ट्रैक के निर्माण के लिए धन के स्रोतों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

भारतीय रेलवे (Indian Railway) की आय के स्रोत 

भारतीय रेलवे (Indian Railway) की आय मुख्य रूप से दो श्रेणियां में विभाजित की जा सकते हैं:

(Indian Railway)

मुख्य स्रोत (कोर सेक्टर) 

गैर – मुख्य आय स्रोत (नॉन कोर सेक्टर)

मुख्य आय स्रोत 

यह वे स्रोत है जो सीधे रेलवे के प्राथमिक कार्यों से जुड़े होते हैं, जो यात्री और माल ढुलाई। 

यात्री ढुलाई (Passenger Earnings)

भारतीय रेलवे की कुल आय लगभग 25 से 30% हिस्सा यात्री ढुलाई से आता है। 

सामान्य श्रेणी (स्लीपर सेकंड सिटिंग): सस्ती दरों पर यात्रा करने वाले यात्रियों से आय। 

एसी कोच (3-Tier,2-Tier,1st Class): उच्च किराए वाली सेवाओं से अधिक आय।

प्रीमियम ट्रेन (राजधानी, शताब्दी, वंदे भारत): इन ट्रेनों से अधिक में कमाई होती है। 

हालांकि, यात्री ढुलाई में अक्सर सब्सिडी का बोझ रहता है, क्योंकि सामान्य श्रेणी के किराए कम रखे जाते हैं। 

माल ढुलाई (Freight Earnings)

रेलवे की कुल आय का 65 से 70% हिस्सा माल ढुलाई से आता है। यह रेलवे का सबसे बड़ा आय स्रोत है। 

कोयला (Coal): कुल माल ढुलाई का लगभग 50% हिस्सा कोयले की ढुलाई से आता है। 

सीमेंट, लोहा, खनिज, पेट्रोलियम उत्पादक: इनकी भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होती है। 

कंटेनर और विशेष मालगाड़ियां: उच्च दरों पर सेवाएं प्रदान करके अधिक आय अर्जित की जाती है। 

गैर मुख्य स्रोत 

ये वे स्रोत है जो रेलवे की मुख्य गतिविधियों से जुड़े नहीं होते, लेकिन इनमें भी अच्छी आय होती है।

विज्ञापन और ब्रांडिंग

स्टेशनों, ट्रेनों और रेलवे की वेबसाइट पर विज्ञापनों से आय। 

  1. स्टेशन नामांकन अधिकार (Station Naming Rights): जैसे हबली स्टेशन का नाम “श्री सिद्ध रूढ़ स्वामी” रेलवे स्टेशन रखा गया। 
  2. पार्किंग और किराया 
  3. स्टेशन पर वाहन पार्किंग से आय। 
  4. रेलवे की जमीन और भावनाओं का किराया।
  5. पर्यटन और विशेष पैकेज 
  6. IRCTC द्वारा पर्यटन पैकेज (जैसे महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस, बौद्ध सर्किट) 
  7. लग्जरी ट्रेनें (पैलेस ऑन व्हील्स, महाराजा एक्सप्रेस) से प्रीमियम आय 

रेलवे प्रॉपर्टी का विकास 

स्टेशन का उपयोग ( मॉल, होटल, रिटेल स्टोर)।

स्टेशन विकास योजना (Station Redevelopment Program) जैसे नई दिल्ली, मुंबई सेंट्रल।

भारतीय रेलवे (Indian Railway) का व्यय (Expenditure)

(Indian Railway)

संचालन लागत (Operational Costs)

ईंधन (डीजल/बिजली): रेलवे का सबसे बड़ा खर्च (लगभग 30% व्यय)।

कर्मचारी वेतन और पेंशन: कुल खर्चा का 40 से 45% हिस्सा। 

रेलवे सुरक्षा (सिंगलिंग, ट्रैक मेंटेनेंस)। 

बुनियादी राज्य का विकास (infrastructure development)

  1. नए ट्रैक और डबल लाइन का निर्माण 
  2. इलेक्ट्रिफिकेशन और सिग्नल अपग्रेड।
  3. स्टेशनों का आधुनिकरण 
  4. नई ट्रेनों और कोचों की खरीद
  5. वंदे भारत, टेक्नो ट्रेनों का निर्माण। 
  6. पुराने डिब्बों का रखरखाव।
  7. ऋण और ब्याज भुगतान 

रेलवे को निवेश के लिए कर्ज लेना पड़ता है, जिस पर ब्याज देना होता है।

भारतीय रेलवे (Indian Railway) का लाभ – हानि (Profit & Loss)

हाल के वर्षों में भारतीय रेलवे को माल ढुलाई से अच्छी आय है, लेकिन यात्री सेवाओं में घाटा रहा है।

(Indian Railway)

माल ढुलाई से लाभ 

माल ढुलाई से रेलवे को सबसे अधिक मुनाफा होता है।

कोयला, सीमेंट और पेट्रोलियम उत्पादों की ढुलाई प्रमुख स्रोत है। 

यात्री जुलाई में घाटा

सामान श्रेणी के लिए किराए कम होने के करण प्रति यात्री घाटा होता है।

सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। 

कुल वित्तीय स्थिति 

2022 – 23 में रेलवे की कुल आय ₹2.4 लाख करोड़ थी।

माल ढुलाई से ₹1.6 लाख करोड़, यात्री से ₹50,000 करोड़ आय हुई। 

संचालन लागत लगभग ₹2.1 लाख करोड़ थी। 

शुद्ध लाभ लगभग ₹30,000 करोड़ रहा।

नए ट्रैक और (Indian Railway) रेलवे प्रोजक्ट के लिए धन का स्रोत 

भारतीय रेलवे नाइट ट्रैक, बुलेट ट्रेन और मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए निम्न स्रोतों से पैसा जुटाती है:

(Indian Railway)

सरकार का बजट 

रेल बजट को 2017 में आम बजट में मिला दिया गया। 

सरकार सीधे रेलवे को फंड देती हैं। 

विश्व बैंक का विदेशी संस्थाएं 

  • दिल्ली मुंबई बुलेट ट्रेन के लिए जापान (JICA) से फंडिंग।
  • पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP Model)
  • स्ट्रेशन विकास और नए कॉरिडोर के लिए निजी कंपनियों से निवेश। 
  • रेलवे बंडल और लोन 
  • LIC और भारतीय बैंकों से ऋण लेकर प्रोजेक्ट्स पूरे किए जाते हैं।

निष्कर्ष 

भारतीय रेलवे (Indian Railway) देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन इसे यात्री सेवा में सुधार, नए इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और वित्तीय प्रबंधन की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। माल ढुलाई से होने वाली आय रेलवे के लिए सबसे बड़ा सहारा है, जबकि यात्री सेवाओं को लाभदायक बनाने के लिए सुधारो की आवश्यकता है। नया प्रोजेक्ट के लिए सरकारी और निजी निवेश बढ़ाने की जरूरत है ताकि भारतीय रेलवे विश्व स्तर की सेवाएं प्रदान कर सकें। 

इस प्रकार, भारतीय रेलवे (Indian Railway) न केवल एक परिवहन सेवा है, बल्कि देश के विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है।

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