How does the internet work? How does Wi-Fi work?

How does the internet work? How does Wi-Fi work? How can one talk anywhere using the mobile while sitting at home?

इंटरनेट कैसे चलता है? वाई-फाई कैसे चलता है? घर बैठे मोबाइल से कहीं भी बात कैसे हो जाता है?

आज के डिजिटल युग में इंटरनेट और वाई-फाई हमारे जीवन अहम हिस्सा बन चुके हैं। चाहे वह कामकाज हो, शिक्षा हो, मनोरंजन हो या संचार इंटरनेट ने हर क्षेत्र में क्रांति ला दी है। लेकिन क्या आपको आपने कभी सोचा है कि इंटरनेट कैसे काम करता है?  Wifi क्या है और यह कैसे काम करता है? और घर बैठे मोबाइल से दुनिया के किसी भी कोने में बात कैसे हो जाती है? इस ब्लॉक में हम सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानेंगे।How does the internet work?

इंटरनेट क्या है?

इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो कंप्यूटर, सर्वर, मोबाइल डिवाइस और उन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को आपस में जोड़ता है। यह नेटवर्क डेटा के आदान-प्रदान के लिए उपयोग किया जाता है, जिसमें हम वेबसाइट ब्राउज़ कर सकते हैं, ईमेल भेज सकते हैं, वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं और बहुत कुछ कर सकते हैं।How does the internet work?

इंटरनेट कैसे काम करता है?

इंटरनेट का कामकाज कई चरणों और प्रौद्योगिकियों पर निर्भर करता है लिए इसे समझते हैं: 

डेटा का ट्रांसमिशन

इंटरनेट पर डेटा का आदान-प्रदान पैकेट्स के रूप में होता है। जब आप किसी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं, तो आपका डिवाइस एक रिक्वेस्ट भेजता है। यह रिक्वेस्ट छोटे-छोटे पैकेट्स में बंट जाता है और नेटवर्क के माध्यम से गतव्य तक पहुंचती है।

राउटर्स और स्विचेस 

राउंटर्स और स्विचस नेटवर्क में डेटा पैकेट्स को उनके गत्यव्य तक पहुंचाने का काम करते हैं। राउटर्स डेटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में भेजता है, जबकि स्विचस एक ही नेटवर्क के भीतर डेटा को ट्रांसफर करते हैं।

सर्वर क्लाइंट

सर्वर वे कंप्यूटर होते हैं जो डेटा स्टोर करते हैं और क्लाइंट के रिक्वेस्ट का जवाब देते हैं। उदाहरण के लिए, जब आप किसी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं, तो आपका डिवाइस (क्लाइंट) सर्वर से वेब पेज का देता मांगता है।

प्रोटोकॉल 

इंटरनेट का डेटा ट्रांसमिशन के लिए गई प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है, जैसे TCP/IP (transmission controller protocol / internet protocol) ये प्रोटोकॉल डेटा से को सही ढंग से ट्रांसफर करने और उसे व्यवस्थित करने में मदद करते हैं।

ISP (internet service provider)

iSP वे कंपनियां हैं जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट सेवा प्रदान करती हैं। ये कंपनियां नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण और रखरखाव करते हैं और उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करती हैं।How does the internet work?

Wifi क्या हैं?

How does the internet work?

Wifi एक वॉयरलेस नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी है जो रेडियो तरंगों का उपयोग करके इंटरनेट से कनेक्ट करती है। यह उपयोगकर्ताओं को बिना केवल के इंटरनेट का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करती है।How does the internet work?

Wifi कैसे काम करता है?

Wifi नेटवर्क का कामकाज निम्नलिखित चरणों पर आधारित है:

वॉयरलैस राउटर 

Wifi नेटवर्क का मुख्य घटक वॉयरलेस राउटर होता है। यह डिवाइस इंटरनेट सिग्नल को रेडियो तरंगों में बदलता है और उन्हें हवा के माध्यम से प्रसारित करता है।

रेडियो तरंगे 

रेडियो तरंगों का उपयोग है, जो 2.4 GHz और 5 GHz फ्रीक्वेंसी पर काम करती हैं। यह तरंगे वायरलेस डिवाइस तक पहुंचती हैं और डेटा का आदान-प्रदान करती है।

वायरलेस एडाप्टर 

वायरलेस डिवाइस, जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप या टैबलेट में एक वायरलेस एडाप्टर होता है जो रेडियो तरंगों को रिसीव करता है और उन्हें डेटा में बदलता है।

नेटवर्क सुरक्षा 

Wifi नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए पासवर्ड तकनिकी का उपयोग किया जाता है। WPA2 और WPA3 जैसे प्रोटोकॉल नेटवर्क को अनधिकृत पहुंच से बचते हैं।

मोबाइल से कभी भी बात कैसे हो जाती है?

मोबाइल्स के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में बात करना आज आम हो गई है। लेकिन यह प्रक्रिया कैसे काम करती है यह जानना दिलचस्प है।How does the internet work?

सेलुलर नेटवर्क 

सेल टॉवर्स: 

मोबाइल फोन कॉल सेल टॉवर्स के माध्यम से होती है। जब आप कॉल करते हैं तो आपका फोन सिगनल को नजदीकी सेल टॉवर तक भेजता है।

सेल टावर उस सिग्नल को अन्य टॉवर्स से सीधे दूसरे फोन तक पहुंचना है।

डाटा ट्रांसमिशन 

कॉल करने के दौरान आपका आवाज डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित होती है और इसे मोबाइल नेटवर्क द्वारा ट्रांसमिट किया जाता है।

यह प्रक्रिया इतनी तेज होती कि आपको बातचीत में कोई देरी महसूस नहीं होती है इंटरनेट कॉलिंग 

VoIP (boys over internet protocol)

आजकल कई लोग इंटरनेट कॉलिंग सेवाओं का उपयोग करते हैं जैसे WhatsApp, Skype आदि। ये सेवाएं VoIP तकनीकी पर आधारित होती हैं।

डेटा पैकेट्स 

इन सेवाओं में आपकी आवाज डेटा पैकेट्स में परिवर्तित होकर इंटरनेट के माध्यम से भेजी जाती है।

कॉल रिसीव करना 

रिसीवर के पास भी वही सेवा होनी चाहिए ताकि आपकी कॉल प्राप्त कर सके।

सुविधाएं 

VoIP सेवाएं अक्सर पारंपरिक फोन सेवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं और इनमें कई अतिरिक्त सुविधाएं जैसे वीडियो कॉलिंग, ग्रुप कॉलिंग आदि शामिल है।

वर्चुअल अस्सिटेंट 

गूगल असिस्टेंट 

गूगल असिस्टेंट एक वर्चुअल अस्सिटेंट है जो वॉइस कमांड के माध्यम से कॉल करने की सुविधा प्रदान करता है। आप बस “ओके गूगल” कहकर अपने संपर्कों को कॉल कर सकते हैं।How does the internet work?

यह सुविधा तब उपयोगी होती है जब आपके हाथ व्यस्त होते हैं या आप किसी आपात स्थिति में होते हैं।

मैसेजिंग ऐप 

WhatsApp और अन्य ऐप 

WhatsApp, Telegram और Single जैसे मैसेजिंग ऐप न केवल टैक्स मैसेज भेजने की सुविधा देते हैं बल्कि इसमें वाइव और वीडियो कॉलिंग भी किया जा सकते हैं।How does the internet work?

यह ऐप एंड-टू-एंड कॉन्फ्रेंसिंग प्रदान करती हैं, जिससे आपकी बातचीत सुरक्षित रहती है।

सिम कार्ड की भूमिका 

सिम (Subscribe identity Module) कार्ड यूजर की पहचान करता है।

यह नेटवर्क ऑपरेटर को आपकी लोकेशन और डिवाइस की जानकारी देता है।

4G और 5G तकनीकी

4G: हाई स्पीड इंटरनेट और बेहतर कॉल क्वालिटी 

5G: अत्यधिक तेज गति (1 Gbps से अधिक), कम लेटेसी।

निष्कर्ष 

इंटरनेट वाई-फाई और मोबाइल संचार आधुनिक तकनीकी के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इसके बिना आज की दुनिया की कल्पना करना मुश्किल है। यह ब्लॉक आपको इन तकनीकों की बेसिक समझा देता है। मोबाइल फोन से बात बातचीत एक डिजिटल तकनीकी प्रक्रिया के माध्यम से संभव होती है। यह प्रक्रिया मोबाइल टॉवर, स्विचिंग सेंटर, इंटरनेट और सैटेलाइट जैसे कई घटकों पर निर्भर होती है। नई तकनीको के साथ मोबाइल संचार और भी उन्नत होता जा रहा है, जिससे दुनिया के किसी भी कोने से कॉल करना आसान हो गया है।How does the internet work?

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