What is an Environment Management Course? MBA इन एनवायरनमेंटल मैनेजमेंट कोर्स: एक विस्तृत जानकारी
परिचय
आज के समय में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास (Sustainable Development) एक वैश्विक प्राथमिकता बन चुका है। व्यवसायो और संगठनों को पर्यावरण नियमों का पालन करना पड़ता है, साथ ही उन्हें हरित प्रौद्योगिकी (Green Technologies) और सतत व्यावसायिक प्रथाओं को अपनाने की आवश्यकता होती है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (MBA in Environmental Management) कोर्स डिजाइन किया गया है। यह कोर्स प्रबंधन कौशल के साथ-साथ पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने की क्षमता प्रदान करता है।
इस ब्लॉक में हम एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) कोर्स के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें कोर्स की संरचना, पात्रता, प्रवेश प्रक्रिया, टॉप कॉलेज, करियर संभावना और वेतन संरचना शामिल होगी।
Table of Contents
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट कोर्स क्या है? (What is MBA in Environmental Management)
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) एक विशेष प्रबंध कोर्स है जो व्यावसायिक प्रशासन (Business Administration) और पर्यावरण प्रबंधन के क्षेत्र में को जोड़ता है। यह 2 साल का पीजी (Postgraduate) कोर्स है, जिसे सेमेस्टर सिस्टम में विभाजित किया गया है।

इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण नीतियो, सतत विकास, कार्बन फुटप्रिंट कम करने, हरित व्यवसाय मॉडल और पर्यावरण कानून के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। छात्र सीखते हैं कि कैसे व्यवस्थाओं को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाए और साथी लाभ कमाया जाए।
कोर्स संरचना और विषय (Course structure and subject)
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) कोर्स को चार सेमेस्टर (2 वर्ष) में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में कोर (Core) और वैकल्पिक विषय होते हैं। कुछ प्रमुख विषय निम्नलिखित हैं:

प्रथम वर्ष (सेमेस्टर 1 और 2)
संबंध के सिद्धांत (Principal of management)
व्यावसायिक अर्थशास्त्र (Business Economics)
लेखांकन और वित्त (Accounting and finance P
पर्यावरण विज्ञान की मूल बातें (Basic of environmental science)
पर्यावरण कानून और नीतियां (Environmental Laws and policies)
सतत विकास (Sustainable Development)
द्वितीय वर्ष (सेमेस्टर 3 और 4)
हरित व्यवसाय प्रबंधन (Green business management)
जलवायु परिवर्तन और व्यवसाय (Climate change and business)
अपशिष्ट प्रबंधन (Waste management)
कार्बन क्रेडिट और ऊर्जा प्रबंधन (Carbon credits and energy Management)
पर्यावरण ऑडिट (Environmental audit)
परियोजना प्रबंधन (Project management)
इसके अलावा, छात्र को इंटर्नशिप (internship) और शोध प्रबंध (Dissertation) भी पूरा करना होता है।
पात्रता मानदंड (Eligibility criteria)
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) कोर्स में प्रवेश लेने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं आवश्यक है:

शैक्षणिक योग्यता
किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में स्नातक (Graduation) की डिग्री (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीटेक आदि) होना चाहिए।
न्यूनतम अंक: 50% (कुछ संस्थानों में 45% से 60% तक भिन्न हो सकता है)।
प्रवेश परीक्षा
राष्ट्रीय स्तर: CAT (Common Admission test), MAT (Management aptitude test), XAT (Xavier Aptitude test)
राज्य / विश्वविद्यालय स्तर: राज्य – स्तरीय या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा।
कुछ संस्थान सीधे मेरिट (Generation marks) के आधार पर भी प्रवेश देते हैं।
व्यक्तिगत साक्षात्कार और समूह चर्चा:
प्रवेश परीक्षा के बाद, चयनित उम्मीदवारों को PI और PG राउंड से गुजरना पड़ता है।
टॉप कॉलेज और फीस संरचना (Top colleges and fee structure)
भारत में कई स्थिति संस्थान एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) कोर्स प्रदान करते हैं। कुछ प्रमुख संस्थान निम्नलिखित हैं:

संस्थान का नाम स्थान अनुमानित फीस (INR)
- कोझिकोड केरल 10 से 15 साल
- टेरी स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्ट्डीज नई दिल्ली 8 से 12 लाख
- एक्सएलआरआई जमशेदपुर झारखंड 12 से 18 लाख
- सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट पुणे 5 से 8 लाख
- एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा 4 से 6 लाख
- बिरला इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी गुड़गांव 6 से 10 लाख
(नोट – फीस संरचना संस्थान और छात्रवृत्ति के आधार पर भिन्न हो सकती है)
कैरियर संभावनाएं और वेतन (Career opportunity and salary)
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में करियर के अवसर उपलब्ध होते हैं, जैसे:
पर्यावरण सलाहकार (Environment Consultant)
कंपनियों को पर्यावरण नियमों का सहायता कर करना।
वेतन: 4 से 8 लाख प्रतिवर्ष (शुरुआती स्तर)
सतत विकास प्रबंधन (Sustainability manager)
कंपनियों के लिए हरित पहलो को लागू करना।
वेतन: 6 से 12 लाख प्रतिवर्ष
अवशिष्ट प्रबंधन विशेषज्ञ (Waste management export)
औद्योगिक और नगर पालिका अवशिष्ट प्रबंधन पर कार्य करना।
वेतन: 3 से 7 लाख प्रतिवर्ष
कार्बन ऑडिटर (Carbon auditor)
कंपनियों के कार्बन उत्सर्जन का आकलन करना।
वेतन: 5 से 10 लाख प्रति वर्ष
सरकारी और गैर सरकारी संगठन (Government and NGOs)
पर्यावरण नीति – निर्माण और कार्यान्वयन में योगदान देना।
वेतन: 3 से 6 लाख प्रतिवर्ष
अनुभव के साथ वेतन में वृद्धि होती है और वरिष्ठ पदों पर 15 से 20 लाख प्रतिवर्ष तक कमाई जा सकता है।
निष्कर्ष (Congratulation)
एमबीए इन एनवायरमेंटल मैनेजमेंट (Environment Management ) एक उभरता हुआ और भविष्य उन्मुख कोर्स हैं यह कोर्स पर्यावरण संरक्षण और व्यावसायिक प्रबंधन को जोड़ता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए आदर्श है जो पर्यावरण के प्रति जागरुकता और सतत विकास में योगदान देना चाहते हैं। इस कोर्स के बाद करियर के विविध अवसर उपलब्ध होते हैं, जिनमें अच्छा वेतन और वैश्विक मान्यता प्राप्त होती है।
यदि आप पर्यावरण और प्रबंधन दोनों में रुचि रखते हैं, तो यह आपको सब के लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।