एंटीबायोटिक क्या है? (What is Antibiotic?)

एंटीबायोटिक क्या है? (What is Antibiotic?)

प्रस्तावना (Introduction)

एंटीबायोटिक (Antibiotic) आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का महत्वपूर्ण आविष्कार है, जिसमें संक्रामक रोगों को इलाज में क्रांति ला दी है। ये दवाएं बैक्टीरिया (Bacteria) के कारण होने वाले संक्रमणों को रोकने और इनका इलाज करने में मदद करती हैं। हालांकि, एंटीबायोटिक का गलत तरीके से या अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इस ब्लॉक में एंटीबायोटिक के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिसमें उसके प्रकार, कार्य प्रणाली, उपयोग, दुष्प्रभाव और एंटीबायोटिक प्रतिरोध (Antibiotic Resistance) जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होंगे।

एंटीबायोटिक क्या है? (What is Antibiotic)

एंटीबायोटिक एक प्रकार की दवाएं हैं जो बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं या उन्हें नष्ट कर देती हैं। ये दवाएं केवल बैक्टीरिया संक्रमण (Bacterial Infection) के इलाज में प्रभावित होती हैं और वायरल संक्रमण (Viral Infection) जैसे सर्दी, जुकाम, फ्लू या कोविद-19 पर विशेष प्रभाव नहीं डालती।

एंटीबायोटिक की खोज (Discovery of Antibiotics)

एंटीबायोटिक की खोज सन 1928 में सर अलेक्जेंडर फ्लेमिंग (Sir Alexander Fleming) ने पेनिसिलिन (Penicillin) के रूप में की थी। उन्होंने देखा की पेनिसिलिनम नामक फंगस (कवच) बैक्टीरिया को मारने में सक्षम है। इस खोज के बाद, कई अन्य एंटीबायोटिक विकसित किए गए, जिन्होंने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान बचाई है।

एंटीबायोटिक के प्रकार (Type of Antibiotics)

एंटीबायोटिक को उनके कार्य करने के तरीके और बैक्टीरिया पर प्रभाव के आधार पर विभिन्न श्रेणियां में बांटा जा सकता है: 

Antibiotic

बैक्टीरियास्टेटिक एंटीबायोटिक (Bacteriostatic Antibiotic )

यह एंटीबायोटिक बैक्टीरिया को मारता नहीं, बल्कि उनकी वृद्धि और प्रजनन को रोकता है। उदाहरण: 

टेट्रा साइकिल्स (Tetracycline)

क्लोरोफैनिकॉल (Chloramphenicol)

बैक्टीरियोसाइडल एंटीबायोटिक (Bactericide Antibiotics)

यह एंटीबायोटिक सीधे बैक्टीरिया को मार देता है। उदाहरण:

पेनिसिलिन (Penicillin)

सिप्रोफ्लाक्सासिन (Ciprofloxacin)

व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक (Broad – Spectrum Antibiotics)

ये कई प्रकार के बैक्टीरिया के खिलाफ काम करता है। उदाहरण: 

अमॉक्सिलिन (Amoxicillin)

डॉक्सीसाइकिल्स (Doxycycline)

संकीर्ण स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक (Narrow – Spectrum Antibiotics)

यह केवल विशेष प्रकार के बैक्टीरिया पर काम करते हैं। उदाहरण 

पेनिसिलिन – जी (Penicillin-G)

वैनकोमाइसिन (Vancomycin)

एंटीबायोटिक कैसे काम करते हैं? (How to Antibiotics Works)

एंटीबायोटिक बैक्टीरिया को निम्न तरीके से नष्ट करते हैं: 

Antibiotic

बैक्टीरियल बॉल का निर्माण रोकना 

पेनिसिलिन और सेफ्लोस्पोरिंस जैसी दवाइयां बैक्टीरिया की कोशिका भित्ति (Cell Wall) बनने से रोकती हैं, जिससे बैक्टीरिया फट जाता है। 

प्रोटीन संश्लेषण में बाधा डालना 

टेट्रासाइकिल्स एरीथ्रोमाइसिन जैसी दवाएं बैक्टीरिया के राइबोसोम (Ribosomes) को प्रभावित करके प्रोटीन बनने में रोकती हैं। 

डीएनए / आरएनए संश्लेषण को बाधित करना 

सिप्रोफ्लाक्सासिन और मेट्रोनिडाजोल जैसी दवाइयां बैक्टीरिया के अनुवांशिक पदार्थ (DNA/RNA) को नुकसान पहुंचाते हैं। 

बैक्टीरिया मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करना

सल्फोंनामाइडस (Sulfonamide) जैसी दवाइयां बैक्टीरिया के चयापचय (Metabolism) को बाधित करती हैं।

एंटीबायोटिक के उपयोग (Uses of Antibiotics)

एंटीबायोटिक का प्रयोग निम्नलिखित स्थिति में किया जा सकता है: 

Antibiotic
  • निमोनिया (Pneumonia)
  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
  • टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis)
  • सेप्सिस (Sepsis – रक्त संक्रमण) 
  • त्वचा संकरण (Skin infection) 
  • मेनिनजाइटीस (Meningitis – मस्तिष्क ज्वर)

एंटीबायोटिक के दुष्प्रभाव (Side Effect of Antibiotics)

हालांकि एंटीबायोटिक जीवन रक्षक दवाइयां हैं, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जैसे: 

Antibiotic
  1. पेट खराब होना (उल्टी, दस्त) 
  2. एलर्जिक रिएक्शन (त्वचा पर रैशन, सूजन) 
  3. यीस्ट इन्फेक्शन (महिलाओं में योनि संक्रमण)
  4. लिवर या किडनी को नुकसान (कुछ मजबूत एंटीबायोटिक के साथ)

एंटीबायोटिक प्रतिरोध (Antibiotics Resistance)

एंटीबायोटिक प्रतिरोध एक गंभीर वैश्विक समस्या है, जिसमें बैक्टीरिया एंटीबायोटिक के प्रति प्रतिरोध हो जाते हैं। इसके मुख्य कारण है:

Antibiotic
  1. अनावश्यक एंटीबायोटिक का उपयोग कोर्स 
  2. पूरा न करना (दवा बीच में छोड़ देना) 
  3. पशुधन में अत्यधिक एंटीबायोटिक का प्रयोग 

एंटीबायोटिक प्रतिरोध को रोकने के उपाय

  1. डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक न लें।
  2. पूरा कोर्स करें, भले ही लक्षण ठीक हो जाए।
  3. हाइजीन (सफाई) का ध्यान रखें।

निष्कर्ष (Conclusion)

एंटीबायोटिक आधुनिक चिकित्सा की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, लेकिन इसका सही तरीके से उपयोग करना आवश्यक है। गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर ये दवाएं प्रभावहीन हो सकती हैं और स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसलिए, हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीबायोटिक लें और उन्हें जिम्मेदारी से उपयोग करें।

“एंटीबायोटिक का उपयोग, स्वास्थ्य भविष्य की गारंटी!

Leave a Comment