(Amritsar City, Panjab, Please To Visit, Golden Temple) ये है अमृतसर – पंजाब दिल और सिखों के आध्यात्मिक राजधानी
अमृतसर (Amritsar), पंजाब का एक ऐसा शहर है जो न केवल अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की संस्कृति, भोजन और गर्मजोशी भारी मेहमाननवाजी के लिए भी जाना जाता है। यह शहर सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल, श्री हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल), का घर है, जो दुनिया भर में लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। अमृतसर (Amritsar), की गलियों में गुरबानी की धुन, लंगर की महक और इतिहास की गूंज सुनाई देती है।
इस ब्लॉक में हम अमृतसर के प्रमुख पर्यटन स्थलों, इसके इतिहास, संस्कृति और यहां के स्वादिष्ट व्यंजनो के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
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अमृतसर का इतिहास और महत्व
अमृतसर (Amritsar) की स्थापना 1577 में सिखों के चौथे गुरु, गुरु राम दास जी ने की थी। यह शहर का नाम “अमृत सरोवर” (अमृत का तालाब) से लिया गया है, जो गोल्डन टेंपल के बीच स्थित है। यह स्थान सिख धर्म के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है और यहां हर साल लाखों तीर्थयात्री आते हैं।

अमृतसर (Amritsar) का इतिहास बहुत ही गौरवशाली और कभी-कभी दर्दनाक भी रहा है। 1919 का जलियांवाला बाग हत्याकांड और 1984 का ऑपरेशन ब्लू स्टार इस शहर के इतिहास के कुछ ऐसे पन्ने हैं जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। फिर भी अमृतसर आज भी अपनी आध्यात्मिक, साहस और जीवंत संस्कृत के लिए जाना जाता है।
अमृतसर के प्रमुख पर्यटन स्थल

श्री हर मंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल)
गोल्डन टेंपल, जिसे दरबार साहिब भी कहा जाता है, अमृतसर का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र स्थान माना जाता है। यह सिख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण गुरुद्वारा है और इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। मंदिर का ऊपरी हिस्सा सोने से बना हुआ है, जिसके कारण इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाता है।
गोल्डन टेंपल के दर्शनीय स्थल:
अमृतसर (Amritsar) सरोवर: मंदिर के बीच में स्थित पवित्र सरोवर जिसमें डुबकी लगाने से पाप धुलने की मान्यता है।
हरमंदिर साहिब: मुख्य मंदिर जहां गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ होता है।
लंगर हॉल: यहां हर दिन हजारों लोगों को मुक्त भजन (लंगर) भरोसा जाता है।
सिख संग्रहालय: सिख इतिहास और शहीदों की गाथाओं की दर्शाता हुआ संग्रहालय।
यात्रा टिप्स:
मंदिर में जाने से पहले सिर ढक लें और पैर धो लें।
रात में गोल्डन टेंपल की लाइटिंग बहुत खूबसूरत लगती है।
जलियांवाला बाग

यह ऐतिहासिक स्थान 13 अप्रैल 1919 को हुए जलियांवाला बाग नरसंहार किया दिलाता हैं, जहां ब्रिटिश जनरल डायर में निहत्थे भारतीयों पर गोलियां चलाई थी। आज यहां एक स्मरण बना हुआ है, जिसमें शहीदों की याद में एक अमर ज्योति जलती है।
दर्शनीय स्थल
शहीदी कुआं: जहां सैकड़ों लोग गोलियों से बचने के लिए कूद गए थे।
गोलियों के निशान: दीवारों पर आज भी गोलियों पर निशान देखे जा सकते हैं।
बाघा बॉर्डर और भारत पाक सीमा समारोह
अमृतसर से 28 किलोमीटर दूरी पर बाघा बॉर्डर वह स्थान है जहां भारत और पाकिस्तान की सीमा मिलती है। यहां हर शाम रिट्रीट सेमिनरी (सीमा समारोह) होता है, जिसमें भारतीय BSF और पाकिस्तान रेंजर्स एक दूसरे के सामने ड्रिल प्रदर्शन करते हैं। यह समारोह देशभक्ति की भावना से भर देते हैं।
यात्रा टिप्स
शाम 4-5 बजे तक पहुंच जाएं क्योंकि भीड़ बहुत होती है।
देशभक्ति गीतों का आनंद ने और झंडा लेकर जाएं।
दुर्गियाना मंदिर

यह मंदिर हिंदू देवी दुर्गा को समर्पित है और गोल्डन टेंपल की तरह ही सरोवर के बीच में बना हुआ है। इसकी वास्तुकला बेहद आकर्षक और इमें मिनी गोल्डन टेंपल भी कहा जाता है।
महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय

यह संग्रहालय पंजाब के महान शासक महाराजा रजनी सिंह के जीवन और उनके शासनकाल को दर्शाता है। यहां उनकी तलवारे, पोशाके और ऐतिहासिक चित्र देखे जा सकते हैं।
खालसा कॉलेज और गुरुद्वारा माता कौलन
खालसा कॉलेज एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है जिसकी वस्तुकला बहुत सुंदर है। इसके पास ही गुरुद्वारा माता कौलन स्थित है, जो सिख इतिहास का महत्वपूर्ण स्थल है।

अमृतसर का प्रसिद्ध भोजन
अमृतसर अपने स्वादिष्ट और मसालेदार भोजन के लिए भी मशहूर है। यहां के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन है:

- अमृतसरी कुल्चा-छोले: भरवा कुलचे और मजेदार छोले।
- लंगर का प्रसाद: गोल्डन टेंपल में मिलने वाला शुद्ध शाकाहारी भोजन।
- मक्की की रोटी और सरसों का साग: पंजाब का प्रसिद्ध व्यंजन।
- अमृतसरी फिश: तंदूर या तली हुई मछली।
गुरु का लस्सी: मीठी और मलाईदार लस्सी।
- प्रसिद्ध रेस्तरां
- केशर दा धाबा (कुचला बोले के लिए)
- भरवां कुचला वाला
- बीरा टाउन (नॉनवेज के लिए)।
अमृतसर घूमने का समय अच्छा समय
अमृतसर (Amritsar) की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे अच्छा रहता है क्योंकि इस दौरान मौसम सुहाना होता है। गर्मियों में यहां तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है, जिसमें घूमने में परेशानी हो सकते हैं।
निष्कर्ष
अमृतसर (Amritsar) एक ऐसा शहर है जहां, आध्यात्मिकता, इतिहास और संस्कृति का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। चाहे आप गोल्डन टेंपल की शांति का अनुभव करना चाहते हो, जलियांवाला बाग के इतिहास को समझना चाहते हो या फिर पंजाबी भोजन का लुफ्त उठाना चाहते हैं, अमृतसर आपको हर चीज प्रदान करता है।
“ये अमृतसर (Amritsar) – जहां हर गली में इतिहास बोलता है, हर कोने में आस्था बस्ती है और हर स्वाद में पंजाब की मिठास छुपी है।”