भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं? भारतीय हाईवे पररंग-बिरंगे माइलस्टोन के रहस्य !
भारत की सड़के देश की जीवन रेखा हैं, जो लाखों लोगों का रोजाना जोड़ती हैं चाहे वह शहर हो, या गांव हाईवे हो या ग्रामीण सड़के, ये सड़के में देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभाती हैं। इन सड़कों पर आपने अक्सर अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन देखे होंगे। यह माइलस्टोन सिर्फ दूरी बताने के लिए नहीं होते, बल्कि उनके रंगों के पीछे एक गहरा अर्थ छुपा होता है। आईए, जानते हैं कि भारतीय हाईवे पर अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं और इसका क्या महत्व होता है।
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माइलस्टोन क्या होते हैं?
माइलस्टोन, जिन्हें किलोमीटर स्टोन भी कहा जाता है, सड़कों के किनारे लगे छोटे पत्थर या संकेत होते हैं जो यात्रियों को दूरी का आकलन करने में मदद करते हैं। ये स्टोन सड़क की शुरुआत बिंदु से लेकर गंतव्य तक की दूरी को दर्शाते हैं। भारत में माइलस्टोन का इतिहास काफी पुराना है। मुगल काल में भी सड़कों पर यात्रियों की सुविधा के लिए इस तरह के संकेतक लगाए जाते थे। आधुनिक समय में ये माइलस्टोन सड़कों की देखभाल और आयातायत प्रबंधन का हम हिस्सा बन गए हैं।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
भारतीय हाईवे पर माइलस्टोन के रंगों का महत्व
भारत माइलस्टोन के रंग सड़कों के प्रकार और उनके महत्व को दर्शाते हैं। यह रंग यात्रियों और सड़क प्राधिकरणों को सड़क की श्रेणी और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी समझने में मदद करते हैं। आइए, इन रंगों के बारे में विस्तार से जानते हैं।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
भारत में सड़कों पर अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन का मतलब अलग-अलग होता है। पीले रंग के माइलस्टोन राष्ट्रीय राजमार्गों को दर्शाते हैं, जिसका रखरखाव NHAI करता है।
पीले रंग के माइलस्टोन
पीले रंग के माइलस्टोन भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway 🛣️) को दर्शाते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग देश की मुख्य सड़के होती हैं, जो बड़े शहरों, राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को जोड़ती हैं। ये सड़के भारत सरकार के अधीन होते हैं और इनका निर्माण और रखरखाव केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
पीले रंग के माइलस्टोन पर काले रंग में दूरी और स्थान के नाम से लिखे होते हैं। यह माइलस्टोन यात्रियों को बताते हैं कि वे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें इस सड़क पर उच्च गति और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
हरे रंग के माइलस्टोन
हरे रंग के माइलस्टोन राज्य राजमार्ग (State Highway 🛣️) को दर्शाते हैं। यह राजमार्ग राज्यों के अंदर महत्वपूर्ण शहरों और कस्बों को जोड़ते हैं। ये सड़के राज्य सरकार के अधीन होते हैं और इनका निर्माण और रखरखाव और राज्य सरकार द्वारा किया जाता है।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
हरे रंग के माइलस्टोन पर सफेद रंग में दूरी और स्थान के नाम लिखे होते हैं। ये माइलस्टोन यात्रियों को बताते हैं कि वे राज्य मार्ग पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें इस सड़क पर स्थानीयता यातायात और सुविधाएं मिलेंगी।
नीले रंग के माइलस्टोन
नीले रंग के माइलस्टोन बड़े शहरों और महानगरों में स्थित सड़कों को दर्शाते हैं। यह सड़कें शहरी विकास प्राधिकरण (Urban Development Authority) या नगर निगम (Municipal Corporation) के अधीन होते हैं। नीले रंग के माइलस्टोन शहरी क्षेत्र में सड़कों की दूरी और दिशा को दर्शाते हैं।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
नीले रंग के माइलस्टोन पर सफेद रंग में दूरी और स्थान के नाम लिखे होते हैं। ये माइलस्टोन यात्रियों को बताते हैं कि वे शहरी क्षेत्र में यात्रा कर रहे हैं और उन्हें इस शहर पर शहरी यातायात और सुविधाएं मिलेंगी।
काले और सफेद रंग के माइलस्टोन
काले और सफेद रंग के माइलस्टोन ग्रामीण और स्थानीय सड़कों को दर्शाते हैं। ये सड़के गांव और छोटे कस्बों को जोड़ती हैं और इनका निर्माण और रखरखाव स्थानीय प्रशासन द्वारा किया जाता है। काले और सफेद रंग के माइलस्टोन पर दूरी और स्थान के नाम लिखे होते हैं।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
ये माइलस्टोन यात्रियों को बताते हैं की वे ग्रामीण या स्थानीय सड़क पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें इस सड़क पर स्थानीय यातायात और सुविधा मिलेगी।
नारंगी रंग के माइलस्टोन
नारंगी रंग के माइलस्टोन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत बनाई गई है सड़कों को दर्शाते हैं। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण और उन्नयन के लिए शुरू की गई थी। नारंगी रंग के माइलस्टोन पर दूरी और स्थान के नाम लिखे होते हैं।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
यह माइलस्टोन यात्रियों को बताते हैं कि वह के PMGSY तहत बनाई गई सड़क पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें इस सड़क पर ग्रामीण यातायात और सुविधाएं मिलेगी।
माइलस्टोन का महत्व
माइलस्टोन सिर्फ दूरी बताने वाले पत्थर नहीं बल्कि यह सड़कों के प्रबंधन और यातायात नियंत्रण में अहम भूमिका निभाते हैं। आईए, जानते हैं कि माइलस्टोन का क्या महत्व है।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
दूरी का आकलन
माइलस्टोन यात्रियों को सड़क पर उनकी वर्तमान स्थिति और गतव्य तक की दूरी का आकलन करने में मदद करते हैं। ये संकेतक यात्रियों को यह समझने में मदद करते हैं कि उन्हें अपने गतव्य तक पहुंचने में कितना समय लगेगा।
सड़कों का वर्गीकरण
माइलस्टोन के रंग सड़कों के प्रकार और उनके महत्व को दर्शाते हैं। यह संकेतक यात्रियों को बताते हैं कि वह किस प्रकार की सड़क पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें किस तरह की सुविधा मिलेगी।
दुर्घटना प्रबंधन
माइलस्टोन दुर्घटना के समय स्थान का पता लगाने में मदद करते हैं। यदि किसी सड़क दुर्घटना की सूचना मिलती है, तो माइलस्टोन की मदद से दुर्घटना स्थल का सही पता लगाया जा सकता है।
सड़कों का रखरखाव
माइलस्टोन सड़कों के रखरखाव में भी मदद करते हैं। ये संकेतक सड़क प्राधिकरणों को सड़कों की स्थिति और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी समझने में मदद करते हैं।
भारत में सड़कों का नेटवर्क
भारत में लगभग 56 लाख किलोमीटर लंबा सड़क नेटवर्क है, जिसमें नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, ग्रामीण सड़के, शहरी सड़के और जिला सड़के शामिल है। इन सड़कों की पहचान करने के लिए अलग-अलग रंगों के मील के पत्थरों का उपयोग किया जाता है।भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?

नेशनल हाईवे
इसकी लंबाई लगभग 1.01 लाख किलोमीटर है।
ये विभिन्न राज्यों को जोड़ते हैं और देश की आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
स्टेट हाईवे
इनकी लंबाई लगभग 1.76 लाख किलोमीटर है।
यह राज्य सरकार द्वारा बनाए जाते हैं और राज्य के भीतर शहरों को जोड़ते हैं।
जिला और शहरी सड़के
जिला सड़कों की लंबाई लगभग 5.62 लाख किलोमीटर है।
यह नगर निगम द्वारा संचालित होती है और शहरी क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाती हैं।
ग्रामीण सड़के
ग्रामीण सड़कों की लंबाई लगभग 3.93 लाख किलोमीटर है।
यह गांव को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण करती हैं और ग्रामीण विकास में सहायक होती हैं।
निष्कर्ष
भारती हाईवे पर अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन सड़कों के प्रकार और उनके महत्व को दर्शाते हैं। ये संकेतक यात्रियों को दूरी का आकलन करने सड़कों का वर्गीकरण समझने में और दुर्घटना प्रबंधन में मदद करते हैं। माइलस्टोन सड़कों के प्रबंधन और यातायात नियंत्रण का एक अहम हिस्सा हैं। अगली बार जब आप सड़क पर यात्रा करें, तो इन रंग-बिरंगे माइलस्टोन पर ध्यान दें और उसके पीछे छुपे महत्व को समझें।
भारत में अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन क्यों होते हैं?
Note- भारत में विभिन्न प्रकार के हाईवे बन रहे हैं। आपने देखा होगा अलग-अलग तरीके के हाईवे बनते जा रहे हैं, उनके बारे में आप क्या कहेंगे कमेंट करके जरूर बताएं।