GDP क्या हैं?
GDP यानी शक्ल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) किसी देश की आर्थिक स्थिति को मापने का सबसे प्रमुख सूचकांक है। यह किसी निश्चित समय अवधि के दौरान एक देश के भीतर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को दर्शाता है।
GDP किसी देश की आर्थिक स्थिति को मापने का सबसे प्रमुख सूचकांक
Table of Contents.GDP
GDP को चार प्रमुख घटकों के आधार पर मापा जाता है:
उपभोक्ता (Consumption):GDP इसमें व्यक्तियों द्वारा खरीदी गई वस्तुओं और सेवाएं शामिल होती हैं।
निवेश (investment): GDP इसमें व्यवसायों द्वारा किए गए पूंजीगत निवेश और आवासीय निर्माण शामिल होते हैं।
सरकारी खर्च (government spending):GDP इसमें सरकारी सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि पर किए गए खर्च शामिल हैं।
शुद्ध निर्यात(Net Exports):GDP निर्यात से आयात को घटाकर निकल गया शुद्ध मूल्य।
GDP मापने के मुख्य तीन तरीके हैं:
उत्पादन विधि (Production method): इनमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को जोड़ा जाता है.

- आय विधि(Income Method):इसमें श्रमिकों की आय, पूंजी पर ब्याज, किराया, और मुनाफा शामिल होता है।
- व्यय विधि(Expenditure method):इसके सभी खर्चों को जोड़ा जाता है जैसे उपभोग,निवेश, सरकारी खर्च और शुद्ध निर्यात।
HDP क्या है और इसे कैसे बनाया जाता है?
HDP (Human Development Product) एक काल्पनिक शब्द है, लेकिन इस “Human Development index” (HDI) से जोड़ा जा सकता है, जो मानव विकास सूचकांक का प्रतीक प्रतिनिधित्व करता है। HDB किसी देश में मानव विकास की स्थिति को मापने के लिए उपयोग किया जाता है।
यह मुख्य रूप से तीन घटकों पर आधारित है:
- स्वास्थ्य (Health):GDP इसके जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) को मापा जाता है।
- शिक्षा (Education):GDP इसमें साक्षरता दर और औसत शिक्षा के वर्ष शामिल होते हैं।
- आय इस्तर (income):GDP इसमें प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय (gross national income per Capital) आय को शामिल किया जाता है।
HDP या HDI का मुख्य उद्देश्य यह मापना है कि किसी देश की आर्थिक प्रगति वहां के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार करने में कितनी प्रभावित है।
भारत की GDP क्या है?
भारत की GDP दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। किस निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है:
- कृषि क्षेत्र (agriculture sector):GDP भारत की GDP में कृषि का योगदान लगभग 15 से 20% है। यह क्षेत्र भारत की बड़ी जनसंख्या को रोजगार प्रदान करता है और खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करता है।
- उद्योग क्षेत्र (industry sector):GDP उद्योग का GDP में योगदान लगभग 25 से 30% है। इसमें मैन्युफैक्चरिंग, निर्माण और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं।
- सेवा क्षेत्र (service sector):GDP भारत का सेवा क्षेत्र GDP में लगभग 50 से 55% का योगदान देता है। इसमें आईटी, बैंकिंग, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन जैसे क्षेत्र शामिल है। यह भारत की अर्थव्यवस्थाओं का सबसे बड़ा और तेजी से बढ़ता हुआ हिस्सा है।
भारत की GDP का मापन।
भारत में GDP का मापन केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Central Statistics office – CSO)द्वारा किया जाता है। GDP को दो तरीकों से मापा जा सकता है:
वास्तविक GDP (Real GDP): इसमें मुद्रास्फीति को समायोजित किया जाता है, जिससे यह आर्थिक विकास की वास्तविक स्थिति को दर्शाता है।
सकल GDP (Nominal GDP): इसमें मुद्रास्फीति के उत्पादन नहीं किया जाता है।
भारत की GDP की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
- दुनिया में स्थान: भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- विकास दर: भारत की GDP विकास दर 6- 8% के बीच रही है, जो इस दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक बनाती है।
- निर्यात और आयात: भारत आईटी सेवाओं और फार्मास्युटिकल्स के निर्यात में अग्रणी है, जबकि आयात में कच्चे तेल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रमुख योगदान है।
- FDI (Foreign Direct Investment): भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) लगातार बढ़ रहा है, जो आर्थिक विकास में सहायक है।
भारत की GDP से संबंधित चुनौतियां:
असमानता: भारत में अमीर और गरीब के बीच आय में भारी अंतर है।
बेरोजगारी: रोजगार सृजन की गति GDP वृद्धि के अनुरूप नहीं है।
मुद्रास्फीति: बढ़ती मुद्रास्फीति उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति को प्रभावित करती है।
ढांचागत समस्याएं: भारत में बुनियादी ढांचे की कमी जैसे सड़क, बिजली, और जल आपूर्ति, आर्थिक विकास में बाधा डालती है।
GDP और HDI का संबंध:
GDP के HDI बीच घनिष्ठ संबंध है। आर्थिक प्रगति को मापता है, जबकि HDI इस प्रगति के मानवीय प्रभाव को दर्शाता है। यदि किसी देश की बढ़ रही है लेकिन HDI स्थिर है, तो इसका अर्थ है कि आर्थिक विकास का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच रहा है।
भारत में भी इस संबंध को सुधारने की आवश्यकता है ताकि GDP के वृद्धि के साथ-साथ मानव विकास में भी सुधार हो।
निष्कर्ष
GDP और HDI दोनों किसी देश की प्रगति को मापने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत जैसे विकासशील देश के लिए यह आवश्यक है कि वह GDP को बढ़ाने के साथ साथ मानव विकास पर भी दें।
भारत की अर्थव्यवस्था में सेवा, उद्योग, और कृषि क्षेत्र का योगदान सराहनीय है, लेकिन इसे और अधिक समावेशी बनाने के लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करना होगा।
आर्थिक और मानव विकास के बीच संतुलन बनाना ही भारत को एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बना सकता है।