मैसूर यात्रा मार्ग | पर्यटन स्थल | यात्रा कार्यक्रम और बजट (Mysore tourist place | Mysore tour itinerary and budget | Mysore Karnataka | Mysore travels guide)
परिचय
मैसूर जिसे अब “मैसूरु” भी कहा जाता है, कर्नाटक राज्य का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर है। यह शहर “पैलेस सिटी” के नाम से भी प्रसिद्ध है और दशहरा उत्सव के दौरान इसकी भव्यता चरम पर होती है। मैसूर की यात्रा एक ऐसा अनुभव है जो इतिहास, कला, संस्कृत और प्रकृति को एक साथ समेटे हुए हैं।
Table of Contents
🧳 मैसूर कैसे पहुंचे?
मैसूर (Mysore) तक पहुंचाने के लिए निम्नलिखित विकल्प चुन सकते हैं:
- हवाई मार्ग ✈️: निकटतम हवाई अड्डा बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो मैसूर से लगभग 170 किलोमीटर दूर है।
- रेल मार्ग 🚂: मैसूर रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग 🚌: बेंगलुरु से मैसूर तक नियमित बस सेवा उपलब्ध है। टैक्सी और निजी वाहन भी विकल्प हैं।
मैसूर (Mysore) के प्रमुख पर्यटन स्थल

मैसूर पैलेस
भारत के सबसे भव्य महलों में से एक।
दशहरा के समय रोशनी से जगमगाता महल स्वर्ग जैसा दृश्य प्रस्तुत करता हैं।
प्रवेश शुल्क: रुपए 70 (भारतीयों के लिए)
मैसूर चिड़ियाघर
भारत के सबसे पुराने और सुंदर चिड़ियाघर में से एक।
बच्चों और परिवार के लिए आदर्श स्थल।
वृंदावन गार्डन
कृष्णराज सागर बांध के पास स्थित।
संगीतमय फब्बारों और रंग बिरंगे फूलों से सजी यह जगह शाम को बहुत आकर्षक लगती है।
चामुंडी हिल्स और मंदिर
देवी चामुंडेश्वरी को समर्पित मंदिर।
पहाड़ी से मैसूर शहर का दृश्य।
जगनमोहन पैलेस
अब एक आर्ट गैलरी में परिवर्तित।
राजा रवि वर्मा की पेंटिंग और अन्य ऐतिहासिक कलाकृतियां।
सेंट फ़िलोमेना चर्च
ग्रंथिक शैली में निर्मित।
दक्षिण भारत की सबसे बड़े चर्च में से एक।
रेलवे संग्रहालय
पुराने लोकोमोटिव शाही डिब्बों का संग्रहालय।
बच्चों के लिए शैक्षणिक और मनोरंजन स्थल।
कारणजी झील
बोटिंग और पक्षी दर्शन के लिए उपयोग
प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान।
🗓️ मैसूर यात्रा का आदर्श कार्यक्रम (3 दिन /2 रात)
🗓️ पहला दिन:
सुबह: मैसूर पैलेस भ्रमण
दोपहर: जगनमोहन पैलेस और आर्ट गैलरी
शाम: वृंदावन गार्डन में संगीतमय फब्बारों का आनंद
🗓️ दूसरा दिन:
सुबह: चामुंडी हिल्स और मंदिर दर्शन
दोपहर: महसूस चिड़ियाघर
शाम: कारणजी झील में वोटिंग
🗓️ तीसरा दिन:
सुबह: सेंट फ़िलोमेना चर्च
दोपहर: रेलवे संग्रहालय
शाम: स्थानीय बाजारों में खरीदारी (देवराजा मार्केट)
यात्रा बजट (प्रति व्यक्ति अनुमानित)

खर्च का प्रकार अनुमानित राशि
- परिवहन (बेंगलुरु से) ₹500 – ₹1000
- होटल (दो रात) ₹2000 – ₹4000
- भोजन ₹1000 – ₹1500
- प्रवेश शुल्क ₹300 – ₹500
- खरीदारी व अन्य खर्चे ₹1000 – ₹2000
- कुल ₹4800 – ₹9000
मैसूर का स्थानीय भोजन

मैसूर मसाला डोसा: तीखा और स्वादिष्ट।
रवा इडली और बीसी बेले भात: पारंपरिक कर्नाटक व्यंजन
मैसूर पाक: यह प्रसिद्ध मिठाई जिसे जरूर चीखना चाहिए।
खरीदारी के प्रमुख स्थल

देवराजा मार्केट: फूल, मसाले, रेशमी साड़ियां और हस्तशिल्प।
शिल्पग्राम: स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित वस्तुएँ।
यात्रा के लिए सुझाव

कैमरा साथ रखें, खासकर दशहरा के समय।
हल्के आरामदायक कपड़े पहने।
स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें।
मंदिर में प्रवेश करते समय जूते बाहर उतारे।
मैसूर दशहरा उत्सव

यह पर्व 10 दिनों तक चलता है।
मैसूर पैलेस को लाखों बल्बों से चलाया जाता है।
जुलूस, सांस्कृतिक कार्यक्रम में शाही हाथी आकर्षण का केंद्र होते हैं।
निष्कर्ष
मैसूर की यात्रा इतिहास, संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम है। चाहे आप परिवार के साथ हो या अकेले यात्रा कर रहे हो, यह शहर आपको हर मोड़ पर कुछ नया अनुभव देगा। मैसूर का हर कोना एक कहानी कहता है – बस आपको उसे सुनने में की फुर्सत चाहिए।