आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
परिचय
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IIT)भारत के सर्वोच्च शिक्षण संस्थानों में से एक है, जहां उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अनुसंधान कार्य किए जाते हैं। आईआईटी में प्रोफेसर बनना किसी भी अकादमी करियर की सबसे प्रतिष्ठित उपलब्धियां में से एक होता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए क्या आवश्यक योग्यताएं, अनुभव और प्रक्रिया होती हैं।आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
Table of Contents
आईआईटी प्रोफेसर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए निम्नलिखित शैक्षिक योग्यताएं और अनुभव आवश्यक होते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
पीएच.डी(Ph.D) – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से संबंधित विषय में पीएच.डी होना अनिवार्य है।
पीएच.दी के दौरान अनुसंधान कार्य शोध पत्र प्रकाशन और परियोजनाओं का अनुभव आवश्यक होता है।
कार्य अनुभव
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए निम्नलिखित अनुभव आवश्यक होता है:
असिस्टेंट प्रोफेसर (assistant professor) – न्यूनतम 3 वर्ष का शिक्षक या शोध कार्य का अनुभव।
एसोसिएट प्रोफेसर (associate professor) – न्यूनतम 6 वर्ष का शिक्षक या शोध का कार्य का अनुभव।
प्रोफेसर (professor) – न्यूनतम 10 वर्ष का शिक्षक या शोध कार्य का अनुभव।
शोध एवं प्रकाशन
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए शोध पत्र का प्रशासन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उच्च गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स और सम्मेलनों में शोध पत्र प्रकाशित होना आवश्यक है।
अनुसंधान कार्य में नवीनतम और समाज या उद्योग के लिए उपयोग होना चाहिए।
आईआईटी में प्रोफेसर बनने की प्रक्रिया
पीएच.डी पूरी करना,आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए पहला कदम पीएच.डी पूरी करना है। यह आमतौर पर 4 – 5 वर्षों का शोध आधारित कार्यक्रम होता है।
पोस्ट डॉक्टर रिसर्च
पीएच.डी के बाद, कई उम्मीदवार एक दो साल का पोस्ट डॉक्टर रिसर्च करते हैं, जिससे उनका शोध कार्य और अधिक मजबूत होता है।
शिक्षक और अनुसंधान अनुभव प्राप्त करना
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए न्यूनतम शिक्षक और शोध अनुभव आवश्यक होता है। इसके लिए उम्मीदवार को किसी विश्वविद्यालय का शोध संस्थान में कार्य करना चाहिए।
आईआईटी में वैकेंसी की जानकारी प्राप्त करना
आईआईटी में समय-समय पर विभिन्न पदों के लिए भारतीय निकलती है। उम्मीदवारों को इन भर्तियों पर नजर रखनी चाहिए।
आवेदन करना,आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
यदि किसी आईआईटी में प्रोफेसर पद के लिए वैकेंसी होती है तो उम्मीदवारों को निम्नलिखित दस्तावेज के साथ आवेदन करना होता है:
- विस्तृत बायोडाटा (CV)
- शोध प्रकाशनों की सूची
- शिक्षक अनुभव
- अनुसंधान परियोजनाओं का विवरण
- संदर्भ पत्र
साक्षात्कार (Interview)और चयन प्रक्रिया
आईआईटी में चयन प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण होते हैं:
स्क्रीनिंग प्रक्रिया– सबसे पहले आवेदकों की जांच की जाती है।
संगोष्टी(Seminar Presentation)– उम्मीदवारों को अपनी शोध और शिक्षक क्षमताओं को प्रतिशत करने के लिए सेमिनार प्रस्तुत करना होता है।
साक्षात्कार (Interview)– आईआईटी के वरिष्ठ प्रोफेसर और विभागाध्यक्षों द्वारा साक्षात्कार लिया जाता है।
अंतिम चयन और नियुक्ति – सफल उम्मीदवारों को नियुक्त पत्र दिया जाता है।
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए आवश्यक कौशल
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लिए निम्नलिखित कौशल आवश्यक होते हैं:
अनुसंधान कौशल: नवीन और उपयोगी अनुसंधान करने की क्षमता।
शिक्षण कौशल: छात्रों को प्रभावित तरीके से पढ़ने की योग्यता।
लेखन कौशल: शोध पत्र और परियोजनाएं लिखने की क्षमता।
नेतृत्व कौशल: अनुसंधान दल का नेतृत्व करने की क्षमता।
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के लाभ
आईआईटी में प्रोफेसर बनने के कई लाभ हैं:

- उच्च वेतन और भत्ते
- अनुसंधान के लिए सरकारी अनुदान और सहयोग
- शिक्षा और नवाचार में योगदान देने का अवसर
- अंतरराष्ट्रीय मान्यताएं और सम्मान
शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification)
पीएच.डी डिग्री (Ph.D Degrees)
उम्मीदवार के पास संबंधित क्षेत्र में पीएच.डी की डिग्री होना चाहिए। यह डिग्री किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से होनी चाहिए।,आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
अकादमिक रिकॉर्ड (academic record)
उम्मीदवार का अकादमी रिकॉर्ड उत्कृष्ट होना चाहिए, जिसमें स्नातक और पोस्ट ग्रैजुएट पर अच्छे अंक शामिल है। आमतौर पर सेट, 55% अंक अवश्य हैं।
नेट/सेट परीक्षा (NET)/SET Exam
भारतीय विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनने के लिए यूजीसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) या समान परीक्षा पास करना अनिवार्य है।
अनुभव (Experience)
सहायक प्रोफेसर के लिए (For Assistance Professor),आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
उम्मीदवार को कम से कम 3 साल का शिक्षण, शोध, औद्योगिक अनुभव होना चाहिए। यदि अनुभव 3 साल से कम हैं, तो उन्हें सहायक प्रोफेसर ग्रेड 2 के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।
एसोसिएट प्रोफेसर के लिए (For Associate Professor)
एसोसिएट प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 6 साल का अनुभव होना चाहिए, जिसमें से 3 साल सहायक प्रोफेसर के रूप में होना चाहिए।,आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
प्रोफेसर के लिए (for professor),आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवार को कुल मिलाकर 10 साल का शिक्षण, शोध, औद्योगिक अनुभव होना आवश्यक है। इसमें कम से कम 4 साल का अनुभव IITs या समकक्ष स्थान में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में होना चाहिए।
भर्ती प्रक्रिया (Recruitment Process),आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
विज्ञापन और आवेदन (advertisement and application)
IITs में समय-समय पर विभिन्न पदों के लिए भर्ती विज्ञापन जारी किए जाते हैं। उम्मीदवार को संबंधित IITs की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है।
साक्षात्कार (interview)
चयन प्रक्रिया में साक्षात्कार शामिल होता है, जहां उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और अनुसंधान कार्य का मूल्यांकन किया जाता है।
चयन समिति (selection committee)
चयन समिति में विभिन्न विशेषज्ञ शामिल होते हैं जो उम्मीदवारों की योग्यता और अनुभव का गहन मूल्यांकन करते हैं।
IIT Professor Salary ,आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने?
आईआईटी के प्रोफेसर की नियुक्ति के बारे में अच्छे से समझने के बाद आप आपको यह जानना चाहिए कि आईआईटी के प्रोफेसर की तनख्वाह कितनी होती है –
आईआईटी प्रोफेसर सैलेरी: प्रोफेसर की तनख्वाह अनुभव के आधार पर बढ़ती है। आमतौर पर आईआईटी के प्रोफेसर की तनख्वाह 15 लख रुपए प्रति माह से 22 लख रुपए प्रतिमा होती है। शुरुआत में यह तनख्या न्यूनतम रूप से डेढ़ लाख तक रुपए होती है जिसमें TA, DA , HRA जैसी बातों को जोड़ा जाता है आप प्रोफेसर के न्यूनतम तनक 2.5 लाख रुपए की होती हैं जो वक्त के अनुसार बढ़ाते हुए रिटायरमेंट तक 25 लख रुपए प्रतिमा भी हो सकते हैं।
Assistant professor salary: आईआईटी की संस्था में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्य करने के दौरान आपकी तनख्वाह आमतौर पर 13 लख रुपए प्रतिमा से 21 लख रुपए प्रतिमा होती है। शुरुआत में तनख्या न्यूनतम रूप से TA,DA और HRA को मिलाकर 2 लाख होती है जो अनुभव के साथ बढ़ती जाती है।
Assistant professor salary: एक परमानेंट असिस्टेंट प्रोफेसर की तनख्वाह 10 लख रुपए प्रतिमा से 16 लाख रुपए प्रति माह तक होती है। जब प्रोफेसर परमानेंट नहीं होते हैं तब उनकी तनख्वाह 5 लाख से 10 लाख प्रतिमा तक होती है। आमतौर पर एक IITs असिस्टेंट प्रोफेसर की सैलरी 1.5 लाख तक की होती है।
IIT Professor को मिलने वाली अन्य सुविधा
अगर आप IITs संस्था के साथ जुड़कर प्रोफेसर की नौकरी करना चाहते हैं तो अच्छी तनख्या के साथ आपको कौन-कौन सी अन्य सुविधाएं मिलेंगे उसकी जानकारी नीचे दी गई है –
आईआईटी के प्रोफेसर को हर साल 3 लाख पर ₹300000 पढ़ाई और रिचार्ज के लिए, और किताब खरीदने के लिए दिया जाता है।
टेलीफोन बिल, इंटरनेट बिल, कहीं घूमने जाने पर उसका बिल, बच्चों की पढ़ाई लिखाई का बिल, चिकित्सा का बिल इन सब का भुगतान सरकार की तरफ से किया जाता है।
अगर प्रोफेसर किसी विषय पर अच्छी तरह रिसर्च करना चाहता है तो और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहता है तो उसे 10 लख रुपए दिए जाता है।
सरकार आईआईटी की प्रोफेसर के लिए एक फ्लैट देती है।
रिटायरमेंट के बाद काफी अच्छी रकम भी दी जाती है जो पद और कार्य प्रतिभा के अनुसार होती है जो आमतौर पर 5 करोड़ से अधिक होती है।
रिज़ल्ट
आईआईटी में प्रोफेसर बनना एक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सम्मानजनक विकल्प है। इसके लिए उच्च शैक्षणिक योग्यता, शोध, अनुसंधान और शिक्षण कौशल की आवश्यकता होती है। यदि आप आईआईटी में प्रोफेसर बनना चाहते हैं, तो अपने अकादमी करियर की शुरुआत से ही अनुसंधान और शिक्षण में उत्कृष्ट प्राप्त करने पर ध्यान दें।
आईआईटी में प्रोफेसर कैसे बने? …